इस दुनिया में ही तो ऐसा होता है आख़िर कब इस दिल का सोचा होता है जो झूठे है वो ही पाते है आदर सच्च... इस दुनिया में ही तो ऐसा होता है आख़िर कब इस दिल का सोचा होता है जो झूठे है वो ...
अधूरे सपनें... अधूरे सपनें...
कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...! कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...!
इस कविता में नारी अधूरे स्वप्नों को छोड़कर नए जीवन की ओर जा रही है। इस कविता में नारी अधूरे स्वप्नों को छोड़कर नए जीवन की ओर जा रही है।
महामारी जो आज है पूरी दुनिया में फैली... उसे हम सबको मिलकर है हराना है ! महामारी जो आज है पूरी दुनिया में फैली... उसे हम सबको मिलकर है हराना है !
मेरे आँगन में बिख़री ख़ामोशी को समेट दे आकेतेरे बाद, मेरे घर में तन्हाई का वास हो गया है मेरे आँगन में बिख़री ख़ामोशी को समेट दे आकेतेरे बाद, मेरे घर में तन्हाई का वास हो ...